22 वर्षो के अपने करियर में मैंने अब तक चार कम्पनियों में नौकरी की है। इस इंडस्ट्री में यह आंकड़ा बहुत कम है। जिसमे पहली नौकरी मजबूरी की थी, जो पैसे दे दिए उसी में नौकरी ले कर ली थी। जैसे ही हालात ठीक हुए दूसरी नौकरी खोजी, अपनी शर्तो पर, लेकिन मुंबई से दूर दिल्ली में।
दूसरी नौकरी ने बहुत कुछ सिखाया। मेरे करियर की नींव बनाई। हमने भी एक साल में ऐसा काम किया कि डेढ़ बरस तक तीन बार वेतनवृद्धी मिली, वेतन दोगुने से अधिक हो गया था। लेकिन मैनेजमेंट के कुछ ग़लत निर्णय, डाट काम बबल के …
दीपावली आ रही है। हम घर पेंट करने में जुटे हुए है। इसके पहले चरण में हमने छत पर डैम्प प्रूफ पेंट किया था।
दूसरे चरण में दीवारों पर से कुछ जगह जहाँ दरारें आई थी, पेंट की पपड़ी बन गई थी, उन जगहों को खरोंच कर साफ किया। पुट्टी लगाई और समतल करने घिसाई की।
तीसरे चरण में सारी छतों पर सफेद पेंट किया। एक पाईप में रोलर बांधा और पेंट बाल्टी में डूबा कर छत पर रोल कर दिया। तीन बेड रूम, तीन बाथ रूम, किचन, डायनिंग हाल, बॉलकनी और मेन हॉल की छत पेंट करने में दो दिन लग गए। पूरा दिन पेंट नही करते…
गांव मे बरसात का मौसम कृषिकार्य से जुड़ा होता है। इसी मौसम मे आते है ढेर सारे त्योहार। हरियाली तीज, नागपंचमी, कजलीया(भोजली), पोला, जन्माष्टमी और गणेशोत्शव। गांवो मे ये त्योहार इस तरह से रचे बसे है कि यदि गांव के किसी किसान से पुछो कि परहा(धान के रोपे लगाना) हो गया तो उत्तर आयेगा कि भोजली तक या पोला तक समाप्त होगा।
गांव मे बरसात के मौसम मे कृषि कार्य के मध्य मे आने वाले त्योहारों मे से एक मुख्य त्योहार था कजलीया/भोजली। यह त्योहार राखी के दूसरे दिन मनाया जाता है। गांव मे राखी …
गार्गी इस वर्ष दूसरी कक्षा मे है, कल उसकी कंप्यूटर विषय की पुस्तक देखी, उसके पाठ्यक्रम मे माइक्रोसाफ़्ट वर्ड और एक्सेल भी है। हम थोड़े चकराये कि ये विषय इतनी जल्दी कैसे? लेकिन जब गार्गी को आसानी से वर्ड मे टाईप कर सलीके से फ़ॉर्मेट करते देखा तो लगा कि नई पीढ़ी तकनीक जल्दी और आसानी से सीख लेती है।
मै स्वयं कंप्यूटर इंजीनियर हुं। कंप्यूटर का प्रयोग करते हुये लगभग एक चौथाई सदी बीत गई है, लेकिन मैने पहली बार कंप्यूटर के दर्शन नौवीं कक्षा मे किये थे। दूसरा दर्शन इंजीनियरींग मे प्रवे…
समय : 1980-1983 स्थान : झालीया (गोंदिया जिला, महाराष्ट्र का एक गांव)
इस गांव का स्कूल हिंदी पूर्व माध्यमिक शाला झालीया जहाँ कक्षा 1 से 7 वी तक पढ़ाई होती थी। आस पास के चार पांच गांव और टोलो के लिये एक मात्र स्कूल।
स्कूल मे हर कक्षा मे यही कोई पचास साठ छात्र, कहने को तो एक से अधिक सेक्सन होते थे, लेकिन सारे बच्चे एक की कमरे मे बैठते थे। एक ही शिक्षक सारे बच्चो को सारे विषय पढ़ाते थे।
कक्षा एक से तीसरी तक हमे जांभुळकर गुरुजी ने पढ़ाया। एक दम श्याम वर्ण के घुंघराले बालो वाले जांभुळकर…
गुणीजनों, प्रवचन आरंभ करने से पहले कुछ आवश्यक व्याख्या व्हाटाबाउटइज्म : जब बात केले की हो तो आम को ले आना। पुछना कि तब कहाँ थे ? या तब क्यों नही बोले ? फ़लां के बारे मे क्यों नही बोले!बाबा का अर्थ योग नही होता ना ही आयुर्वेद होता है। बाबा के दावों का विरोध का अर्थ योग, आयुर्वेद, देश, संस्कृति, परंपरा का विरोध नही होता है।
बाबा ने कोविड-19 के शतप्रतिशत इलाज के दावे के साथ बाजार मे दवा उतारी है। दावे की प्रामाणिकता मे ढेरों संदेह है, जिनका निराकरण आवश्यक है। लेकिन गुणीजन व्हाटा…
गुणीजनों, संतजनो , आज प्रवचन का विषय है, कांसपीरेसी थ्योरी। कांसपीरेसी का अर्थ है षड्यन्त्र लेकिन थ्योरी का अर्थ यहाँ ग़लत लिया जाता है। विज्ञान के अनुसार थ्योरी का अर्थ होता है, प्रमाणित सिद्धांत या अवधारणा। लेकिन कांसपीरेसी थ्योरी में यह केवल अवधारणा होती है जिनका आधार अधकचरी सूचनाओं, अफ़वाह और उससे निकाले बेहूदा निष्कर्षों पर होता है। विद्वानों, कांसपीरेसी थ्योरीयों का इतिहास बहुत पुराना है, लेकिन सूचना क्रांति के इस कालिकाल में इसका विस्तार दिन दून रात चौगुना हो रहा है।…
और पढ़ेंरोज सुबह दो काम होते है गार्गी को स्कूल के लिए तैयार करना और जॉगिंग। सुबह 5:30 उठ जाते है।
अलेक्सा को बता रखा है कि सुबह जगा दे लेकिन हम उससे पहले उठ जाते है।
सोमवार से शुक्रवार तक तक ठीक है। शनिवार , रविवार छूट्टी रहती है तो सोते समय सोचते है कि कल सुबह देर से उठेंगे। अलेक्सा को भी मना कर देते है।
लेकिन 5:30 हुए कि नींद खुल जाती है। बाजू से आवाज आती है सो जाओ। करवट बदलते है, चादर खींचते है कि पेट से आवाज आती है कि उठ जाओ।
मजबूरन उठना पड़ता है। अब बाथरूम में सोचते है कि आज ज…
रात के दस बजे, अचानक फोन बजा। फोन उठाने से पहले कट गया। नम्बर देखा, अनजाना था। फोन में इतिहास देखा , पता चला कि पिछले सप्ताह तीन मिस कॉल थे। आम तौर पर अनजाने नम्बर से आये मिसकॉल पर मैं वापस काल नही करता। अपनी जासूसी आरम्भ की, दो मिनट में पता कर लिया कि महाराष्ट्र से किसी राम का फोन है। नाम से फिर भी ढंग से याद नही आया।
सोचा काल बैक करते है, नम्बर पहुँच के बाहर। दोबारा मिस कॉल आई। काल बैक की तो नम्बर फिर से पहुंच के बाहर। तीसरी बार में रिंग गई।
बन्दे ने फोन उठाया। हमने पूछा …
हमारी सबसे पहली साइकिल पापा की हरक्यूलिस साइकिल थी। जो पापा ने हमारे धरातल पर आने से दो साल पहले 1974 में 60 रुपये में ली थी। पापा इसी साइकल से दो किमी दूर स्कूल जाते थे।
इसी हरक्यूलिस साइकल पर हमने पहले कैंची चलाना सीखा। अगले चरण मे कैंची से डंडे पर बैठ कर साइकिल चलाई। सीट से पैडल तक पैर नही पहुंचते थे तो सीट पर से उचक उचक कर साइकिल चलाई। तब तक यह साइकल कबाड़ा हो चुकी थी।
1986-87 में पापा ने इस साइकल को बेचकर साबू साइकिल खरीदी। अंजाना सा ब्रांड था लेकिन साइकिल फ्रेम पर आठ स…
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