एक अकेला इस शहर में, रात मे और दोपहर में।
आबोदाना ढूंढता है, आशियाना ढूंढता है।
आज कल हमे यही गाना गाते हुये अपने लिये नया आशियाना ढूंढ रहे है। ऐसा नही है कि मकान मालिक ने हमे निकाल दिया है लेकिन आसार पूरे है।
वैसे तो हमे चेन्नई महानगर आये हुये पूरे चार साल हो चुके है और हम चार आशियाना बदल चुके है। ये बात और है कि इन चार सालो मे हम चेन्नै मे बामुश्किल कुछ ही महीनों रहे है, बाकी तो यायावर जिन्दगी कभी अमरीका तो कभी यूरोप। पहले ढाई साल तो होस्टल मे काट दिये थे, होस्टल मालिक काफ…
ये है मेरे घर के सबसे महत्वपुर्ण सदस्य “मिठ्ठूराम”। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण इसलिये कि मम्मी भगवान को भोग लगाने से पहले मिठ्ठूराम को भोग लगाती हैं।
अब थोडा असर हम लोगो का भी है कि हमारे मिठ्ठूराम दुनिया के सबसे ज्यादा आलसियो मे से एक हैं। मिठ्ठू साहब का घर काफी बडा है, आराम से उनके जैसे ३ आ सकते है, बेचारे उसमे चक्कर लगाने मे थक जाते है।
मिठ्ठूराम मे अकल उनकी खोपडी के आकार से भी ज्यादा है। अपने घर का दरवाजा खोलना और बंद करना आता है। जब भूख हो तब तो साहब दरवाजा खोल कर अपने खान…
मकरसक्रान्ति के लिये अपने गृहनगर गया हुवा था। हमेशा की तरह रेल से इस बार भी यात्रा की। मेरी आदत है कि मै हमेशा रेल से द्वितीय श्रेणी मे सफर करता हुं, ऐसा नही है कि मै कंजुस हुं और पैसे बचाने वातानुकूलित श्रेणी मे सफर नही करता। कारण यह है कि मै वातानुकूलित श्रेणी मे बोर हो जाता हुं। लोग अपने आप को सभ्रांत या गंभीर किस्म की प्रजाति के दिखाने के लिये किसी से बाते करना पसन्द नही करते,जब देखो तब पत्रिकाओ या पुस्तको मे खोये रहते है। अपनी दुनिया मे मस्त रहते है, मै इस प्रजाति के प…
और पढ़ेंपिछले सप्ताह मे कंपनी के व्यावसायिक कार्य से बैंगलोर जाना हुआ। यों तो काम कम्पनी के एक ग्राहक के कार्यालय मे था, उन्हे अपने कार्यालय के कार्य को स्वचालित करना था, जिसके लिये मुझे उनकी आवश्यकताओ को समझना(Requirement Analysis) था। मतलब यह कि मै “आनसाईट” मे था ,मेरी पूरी टीम चेन्नई मे है यानी कि “आफशोर“। अच्छा रहा यह भी, भारत के अंदर ही “आनसाईट” और “आफशोर”।
एक अरसा हो गया था मौज मस्ती किये हुये। मेरा मौज मस्ती से मतलब होता है, बेफिक्री से बाजार शापिंग-माल मे मटरगश्ती करना, शोर…
विवाह समारोह का निमंत्रण मिलने के बाद मित्रो, रिश्तेदारो और परिचितो की प्रतिक्रियायों के कुछ उदाहरण
1.बास की लडकी या परिवार मे किसी की विवाह पत्रिका मिलने के बाद उसका मातहत
” साला विवाह मे नही गया तो प्रमोशन या वेतन वृद्धी का मौका हाथ से जायेगा, यदि गया तो कम से कम 1000 रू का चुना लगेगा. ऐसे भी आज 25 तारीख है. पता नही कौन उधार देगा ?”
2.किसी मित्र की विवाह पत्रिका मिलने पर विवाहित मित्र
” कमाने की अकल तो आयी नही है लेकिन घोडे पर चढने की जल्दी है. बीवी को खिलायेगा क्या ?”
3.…
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