आज का युग विज्ञापन और बाजार का है, इसे सभी मानेंगे. अस्पताल भी अब अपना विज्ञापन दे रहे है । अस्पतालो के कुछ विज्ञापन ऐसे भी हो सकते है :-
- आईये आईये हमारे अस्पताल मे “बाय-पास” करवाईये। आपके द्वारा दो बायपास करवाने पर तिसरा मुफ्त ! बायपास के बाद यदि आप अपने संसमरण ना लिखने का वादा करे तो बिल मे १०% छूट।
- प्रतिस्पर्धी अस्पताल की स्कीम : आईये आईये , हमारे पास से अपना ईलाज करवायीये। अस्पताल मे बिताये दिन पर संस्मरण लिखने के लिये सात दिन की कार्यशाला मुफ्त मे ! आप लिख सकते हैं एक हृदयस्पर्शी लेखमाला “पथरी के दिन” या “मेरे दिल का दर्द” !
- कोई भी शल्यचिकित्सा कराईये, टांके मुफ्त मे ! सुंदरीयो के लिये विशेष योजना, डिजाईनर टांके ! भारत मे पहली बार डिजाईनर टांके !
- आपका बिल ५०,००० से ज्यादा होने पर आप लकी ड्रा के पात्र होंगे। आपका चयन होने पर आप अस्पताल मे ८ दिन बिना मुल्य के रह सकते है ।
- पेशंट गेट ए पेशंट स्कीम : एक मरीज द्वारा दूसरा मरीज लाने पर बिल मे १०% विशेष छुट !
- हमारी तरफ से आपको ठिक करने मे कोई कसर नही छोडी जायेगी, दुर्भाग्य से मृत्यु होने पर लकडी मुफ्त !
- पुलिस अधिकारी, राजनेता है ? गिरफ्तारी पुर्व जमानत के लिये सबूत नही है ? गिरफ्तारी के बाद होने वाली बिमारियों, जुर्म के अनुसार बिमारियों के लिये विशेष मार्गदर्शन !
- टी वी इंटरनेट, एसी युक्त रूम । आप यहां बार बार आना चाहेंगे ! आजीवन सदस्यता योजना के सदस्य बनिये और भारी छुट का लाभ पायें।
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4 टिप्पणीयां “अस्पतालो के कुछ विज्ञापन” पर
हां सही है। कुछ दिन बाद शव यात्रायें भी स्पांसर होंगीं। गोल चौराहे से तिकोने पार्क तक की शव यात्रा स्पांसर्ड बाई नगरनिगम अस्पताल….। इसी तरह के तमाम स्पांसर होंगे।
अनूप शुक्ला द्वारा दिनांक मई 9th, 2006
एक विज्ञापन आइडिया हमारी तरफ़ से:
क्या आप गर्भवती है? सेफ़ और सिक्योर डिलीवरी चाहती है: आइये ना फ़लाना नर्सिंग होम, सभी पाँच सितारा सुविधाओं से लैस( नोट:हमारे यहाँ सामने वाले अस्पताल की तरह बच्चे नही बदले जाते)
ये जीवन तो मोह माया है, क्या इससे छुटकारा पाना चाहते है, मिलिए डा झटका से, बीमारी तो बीमारी, जीवन भी शिफ़्ट करवा दें।
एक चुटकुला याद आ गया: रेलवे लाइन के आसपास दीवारों पर अक्सर विज्ञापन लिखे होते है: “फ़लाना दवाखाना, हकीम XXYY etc etc ”
एक सचमुच मे दीवार पर लिखा हुआ था:
सेक्स रोगी अकेले मे मिले, डाक्टर मिसेज मालपानी,काम ना होने पर पैसे वापस की गारंटी।
बस फिर क्या था, भाई लोगों ने बस सेक्स को “सेक्सी” कर दिया। बदलकर फिर से पढें।
जीतू द्वारा दिनांक मई 9th, 2006
जितनी मजेदार पोस्ट, वैसे ही टिप्प्णियां भी.रीड वन, गेट टू फ़्री की तर्ज पर.
समीर लाल द्वारा दिनांक मई 9th, 2006
0% ब्याज वाली फाइनेंश स्कीम भी अस्पताल वाले ला सकते हैं. पङोसी को जलाने के लिए आप भी हमारे यहां महंगा ईलाज करवाईये और भुगतान किजीये आसान किश्तो में. स्क्रेच कार्ड तो अलग से हैं ही.
संजय बेंगाणी द्वारा दिनांक मई 9th, 2006
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