2001-2002 हम गुड़गांव मे एक कंपनी मे काम करते थे। छोटी कंपनी थी, करीब 400 लोग। साफ़्टवेयर कंपनी और वह समय साफ़्टवेयर सेवा कंपनीओ के लिये सुनहरा समय था। औसत आयु लगभग 22-25 वर्ष।
कंपनी मे माहौल किसी कालेज के जैसे ही होता था। काम के साथ मौज मस्ती खूब चलती थी। महाराष्ट्र से होने के बावजूद भी मेरी एक अच्छी खासी मित्र मंडली बन गई थी, जिसमे कुछ लड़कीयाँ भी थी।
हमारी छवि उन दिनो मे भी एक टेकी, नर्डी बंदे की थी। हमारे क्षेत्र मे कोई भी समस्या का तुरंत हल रहता था हमारे पास, जिससे सारी कं…
कल एक मित्र से अवसाद पर चर्चा हुई और मुझे अपना अवसाद वाला एपिसोड याद आ गया।
अप्रैल/मई 2012 हम लोग उस समय सिडनी आस्ट्रेलिया मे थे।
मेरा प्रोजेक्ट समाप्त हो गया था, पोस्ट प्रोडक्शन सपोर्ट का काम था, वह भी बैंक का तो कभी भी फोन आ जाते थे। कुल मिलाकर 24x7 अलर्ट रहना होता था। कुल मिलाकर तनाव वाला काम था।
उन्ही दिनो मुझे अचानक गैस, एसीडीटी संबंधित समस्या होने लगी। जैसे ही पेट खाली होता अचानक पेट फूलने लगता, खट्टी डकारे , बैचेनी होती थी। कुछ खाने या एंटासीड लेने पर राहत मिलती थी। …
1993: कालेज मे इंजीनियरींग का प्रथम वर्ष। भौतिकी प्रयोगशाला, प्रयोग कांच का रिफ़्रेक्टीव इंडेक्स ज्ञात करना। एक टीम मे चार लोग थे। हम लीडर.. परिणाम पहले से ज्ञात था, उत्तर 1.5 आना चाहिये था। टीम के बाकी लोगो को कहा कि तुम लोग शुरु हो जाओ, हम रीडींग(निरिक्षण) तैयार करते है। रिफ़्रेक्ट्रीव इंडेक्स गणना के सुत्र से उल्टा चलते हुये रीडींग के तीन सेट तैयार कर लिये। उपकरणो से थोड़ी देर खेल कुद छेडछाड़ की, प्रेक्टीकल जरनल अपडेट किया और प्रफ़ेसर के पास पहुंच गये। प्रफ़ेसर ने रीडींग देखी …
और पढ़ेंमैं संशयवादी (skeptic) हुँ, किसी भी बात पर विश्वास करने से पहले ठोक बजा लेने की आदत बचपन से बनी है। इन सब से होता यह है कि किसी भी अफवाह की चपेट में आसानी से नही आता। 2002 के आसपास एक मित्र अपोलो 11 के द्वारा चन्द्रमा पर अवतरण को झूठ बताते हुए कुछ लिंक दी, साथ ही में फॉक्स टीवी के एक वृत्तचित्र(डॉक्यूमेंट्री) की लिंक। देखा थोड़ा चकराया, विश्वास हिला। उसके बाद इंटरनेट पर खोजना आरम्भ किया। खोज के शब्द थे Moon Landing Hoax, जितने भी लिंक मिले सारे चन्द्रमा पर अवतरण को गलत बात र…
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