मेरा बचपन किताबो के बीच मे बीता है, खिलौनो से ज्यादा पुस्तको से प्यार रहा। यह एक शिक्षक के परिवार मे आने का असर था, शिक्षक भी ऐसे जो अपने विषय ’गणित’ की पुस्तको को छोड़ हर विषय की पुस्तके पढ़ते थे और हमे भी प्रेरित करते थे।
पापा का असर हम पर होना ही था, उनकी लत विरासत मे हमे भी मिली। सबसे पहली पुस्तक जो मैने पढ़ी वह याद नही है लेकिन वह चंपक, चंदामामा या नंदन मे से ही कोई एक होगी।
चंपक,नंदन, चंदामामा, पराग जैसी बाल पत्रिकाओं से प्रारंभ कर पंचतंत्र, जातक कथाये पढ़ी। यह सब पुस्तके पापा अपने स्कूल के पुस्तकालय से ला देते थे। दादी को रामायण सुनना रहता था, उनके पास एक मोटे अक्षरो वाली वाल्मिकी रामायण थी जिसमे संस्कृत के साथ हिंदी अनुवाद भी था। गर्मियों मे एक बार दादी ने उसे पढ़कर सुनाने क्या कहा , गर्मियों की छुट्टी मे पूरी रामायण निपटा दी।
बाद मे कुछ बड़े होने पर राबीन्सन क्रुसो, हेन्स क्रिस्चियन एंडरसन की कहानीयाँ भी पढी। बचपन मे से पनपा पढ़ने का यह रोग अब इस तरह विकसित हो गया है कि अब बिना कुछ पन्ने पलटे नींद नही आती। मेरा भाई जब मुझे लेने के लिये रेल्वे स्टेशन आता है और उसे स्टेशन देर से पहुंचने की चिंता नही होती, उसे मालूम है कि भाई साहब पुस्तको की दुकान पर पन्ने पलट रहे होंगे, जब तक वो एकाध पुस्तक नही ले लेते, स्टेशन से बाहर निकलने वाले नही। खाने के साथ पढ़ने की आदत तो खैर शादी के बाद छूट गयी (छुड़वा दी गयी) लेकिन टायलेट मे भी पुस्तक/iPad हाथ मे लिये जाना बरकरार है।
दस प्रिय पुस्तक चूनना मेरे लिये बहुत कठीन है क्योंकि दस चुनने के चक्कर मे मुझे बहुत सी प्रिय पुस्तको को सूची से बाहर करना होगा जो कि मै नही चाहता हुं। लेकिन कतरब्यौंत करते हुये मै उन्ही पुस्तको का समावेश कर रहा हुं जिन्होने मेरे जीवन पर कुछ प्रभाव डाला है, सोचने के ढंग को बदला है।
हिंदी साहित्य
अंग्रेजी साहित्य
अंग्रेजी (Non Fiction)
पापा का असर हम पर होना ही था, उनकी लत विरासत मे हमे भी मिली। सबसे पहली पुस्तक जो मैने पढ़ी वह याद नही है लेकिन वह चंपक, चंदामामा या नंदन मे से ही कोई एक होगी।
चंपक,नंदन, चंदामामा, पराग जैसी बाल पत्रिकाओं से प्रारंभ कर पंचतंत्र, जातक कथाये पढ़ी। यह सब पुस्तके पापा अपने स्कूल के पुस्तकालय से ला देते थे। दादी को रामायण सुनना रहता था, उनके पास एक मोटे अक्षरो वाली वाल्मिकी रामायण थी जिसमे संस्कृत के साथ हिंदी अनुवाद भी था। गर्मियों मे एक बार दादी ने उसे पढ़कर सुनाने क्या कहा , गर्मियों की छुट्टी मे पूरी रामायण निपटा दी।
बाद मे कुछ बड़े होने पर राबीन्सन क्रुसो, हेन्स क्रिस्चियन एंडरसन की कहानीयाँ भी पढी। बचपन मे से पनपा पढ़ने का यह रोग अब इस तरह विकसित हो गया है कि अब बिना कुछ पन्ने पलटे नींद नही आती। मेरा भाई जब मुझे लेने के लिये रेल्वे स्टेशन आता है और उसे स्टेशन देर से पहुंचने की चिंता नही होती, उसे मालूम है कि भाई साहब पुस्तको की दुकान पर पन्ने पलट रहे होंगे, जब तक वो एकाध पुस्तक नही ले लेते, स्टेशन से बाहर निकलने वाले नही। खाने के साथ पढ़ने की आदत तो खैर शादी के बाद छूट गयी (छुड़वा दी गयी) लेकिन टायलेट मे भी पुस्तक/iPad हाथ मे लिये जाना बरकरार है।
दस प्रिय पुस्तक चूनना मेरे लिये बहुत कठीन है क्योंकि दस चुनने के चक्कर मे मुझे बहुत सी प्रिय पुस्तको को सूची से बाहर करना होगा जो कि मै नही चाहता हुं। लेकिन कतरब्यौंत करते हुये मै उन्ही पुस्तको का समावेश कर रहा हुं जिन्होने मेरे जीवन पर कुछ प्रभाव डाला है, सोचने के ढंग को बदला है।
हिंदी साहित्य
- पंचतंत्र: विष्णु शर्मा
- मानसरोवर8 (आठों भाग), गोदान, निर्मला, सेवासदन, कर्मभूमी, गबन : प्रेमचंद
- रागदरबारी : श्रीलाल शुक्ल
- Glimpses of World History/पिता के पत्र पुत्री के नाम", Discovery Of India/भारत एक खोज - जवाहर लाल नेहरू
- कितने पकिस्तान - कमलेश्वर
- ययाति(हिंदी/मराठी दोनो) : विष्णु सखाराम खांडेकर
- मृत्युंजय(हिंदी/मराठी दोनो): शिवाजी सावंत
- सोमनाथ, वैशाली की नगरवधु : आचार्य चतुरसेन शास्त्री
- कब तक पुकारूँ : रांगेय राघव
- मैला आंचल,परती परिकथा : फणीश्वर नाथ ' रेणु '
- प्रेमचंद के फटे जूते, भोलाराम का जीव : हरिशंकर परसाई
- वोल्गा से गंगा तक : राहुल सांकृतायन
- यथासम्भव,यत्र-तत्र-सर्वत्र :शरद जोशी
- नेताजी कहीन : मनोहर श्याम जोशी
अंग्रेजी साहित्य
- Swami and Friends,The Bachelor of Arts ,The English Teacher. : RK Narayan
- The Mother :Maxim Gorky
- War and Peace,Anna Karenina :Leo Tolstoy
- The Time Machine , The Invisible Man, The War of the worlds: H G Wells
- Rendezvous with Rama, 2001: A Space Odyssey : A C Clarke
- Foundation Series : Isaac Asimov
- Short Stories : O'Henry
अंग्रेजी (Non Fiction)
- Maverick : Ricardo Semler
- The God Delusion : Richard Dawking
- A Brief History Of Time : Stephen Hawking
- A Short History of Nearly Everything :Bill Bryson
- On the Origin of Species : Charles Darwin
- Surely You're Joking, Mr. Feynman :Richard Feynman
- Why People Believe Weird Things:Michael Shermer
- Only Paranoid Survives : Andrew S Groove
- Made in Japan : Aki Morito
यह सूची मेरे द्वारा पढ़ी गयी पुस्तकों की संपूर्ण सूची नही है केवल एक झांकी है। लेकिन ये वह पुस्तके है जिन्हे मै कभी भी उठाकर कोई भी पन्ना खोलकर पढ़ना शुरु कर देता हुं। इन पुस्तको ने बहुत कुछ सिखाया है और जबभी इन्हे खोलता हुं, हमेशा कुछ नया ही पढ़ने मिलता है।
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