जेम्स हिल्टन का उपन्यास लॉस्ट होराइजन समाप्त किया।
इस पुस्तक को जो चीज पठनीय बनाती है वह है कहानी की कसावट और प्रवाह। साथ में कहानी के अंत को खुला छोड़ दिया है, आप स्वयं सोचे कि नायक के साथ क्या हुआ होगा। कहानी को अनावश्यक विस्तार नही दिया है।
कथा द्वितीय विश्वयुद्ध के तुरंत बाद के समय में है लेकिन इसका कोई असर नही है।
थियोसोफिकल सोसाइटी की विचारधारा, गाथाओं को पढ़ चुका था। सांगरीला की कहानी भी कई जगह पढ़ी थी, डैन ब्राउन भी लिख चुके है।
कथानक आश्चर्य जनक नही लगा।
इस कहानी के कथानक के असर या मिलते जुलते कथाक्रम को कई जगह पढ़ सकते है। एक है "द नाइन अननोन मेन", थियासोफिकल सोसाइटी की विचार धारा , कुछ कांसपिरेसी थ्योरी। ऑटोबायोग्राफी ऑफ योगी में भी इससे मिलते जुलते पात्र है।
निष्कर्ष : मिथकों, रहस्य पर विश्वास करते हो अवश्य पढ़े। वैसे एक बार पढ़ी जा सकती है।
PS : किसी समय मैं थियोसोफिकल सोसाइटी से अच्छा खासा प्रभावित था।
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